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'लीला-पुरुषोत्तम
श्री कृष्ण
भगवान' पुस्तक
इंटरनेशनल सोसाइटी
फॉर कृष्णा
कॉन्शियसनेस से
है भक्तिवेदांत
संस्थापक आचार्य
कृष्णकृपाश्रीमूर्ति श्रील
अभयचारविन्द स्वामी
प्रभुपाद द्वारा
लिखा गया
है।
कृष्ण-भगवान
के सर्वोच्च
व्यक्तित्व किताब
का हिंदी
अनुवाद।
श्रीमत भक्तिकारू
स्वामी महाराज
और श्रीमत
सुभागा स्वामी
महाराज पंजाल
ने अथक
प्रयासों से
इस पुस्तक
का अनुवाद
किया।
इसलिए पुस्तक
एक बहुत
ही सुखद
पठन बन
गई है।
इस बीच
यह पुस्तक
तीन खंडों
में अलग-अलग
अर्थात् तीन
पुस्तकों में
प्रकाशित हुई। लेकिन
कई तरह
के पाठकों
के अनुरोध
पर और
कई अन्य
कारणों से,
इन तीन
खंडों को
इस नए
संस्करण में
सुंदर और
सुंदर चित्रों
के साथ
एक बड़ी
पुस्तक के
रूप में
प्रस्तुत किया
गया है। जैसा
कि श्रीमद्भागवतम
के दसवें
स्कंध में
भगवान कृष्ण
की संपूर्ण
लीलाएं एक
ही पुस्तक
में प्रस्तुत
की गई
हैं, पुस्तक
का एक
सुंदर रूप
है और
पाठकों के
लिए बहुत
आकर्षक होगी। यह
निस्संदेह किसी
भी अवसर
पर किसी
भी गणमान्य
व्यक्ति के
लिए एक
उपहार है।
एक अनूठी किताब के रूप में सराहा जाएगा। श्रील भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद का संपूर्ण वैदिक ग्रंथ इसने दुनिया में काफी लोकप्रियता हासिल की है। अंग्रेजी, जर्मन, फ्रेंच, इतालवी, इस पुस्तक का रूसी आदि में अनुवाद किया गया है।
- Stock: In Stock
- Author: A.C.Bhaktivedanta Swami Prabhupada
- SKU: DCI-00165
- ISBN: 978-938271633